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Thursday, November 24, 2011

kuch aisi hai zindagi

कुछ ऐसी है ज़िन्दगी |

अरमानो के समुन्दर में
अक्सर ये तलाशे थे ,
हकीकत की डोर जिससे
सच्चाई से नाता बना रहे ,
और खोजे थे ज़िन्दगी का मतलब
और उसमे छिपी गुफ्तगू |

आरज़ू के सिलसिले
पतंगों की तरह उड़ान भरे ,
असलियत से रूबरू होने पर ही
मुश्किलों के लम्हों में ही ,
पायी ज़िन्दगी की गूँज
और मिला इस जुस्तजू को अंजाम |

सपनो से ही बनती है
ज़िन्दगी जीने की राह ,
ज़िन्दगी से ही मिलती है
ख्वाबों को पहचान ,
और उस राह पे चलने से
आरज़ू को अंजाम |